Sunday, May 11, 2014

एक पेंटिंग

एक दंगाई हाथ जोड़े खड़ा है.
दंगे में मारे गए लोग हाथ जोड़े खड़े हैं.

एक आतंकवादी हाथ जोड़े खड़ा है.
धमाकों में मारे गए लोग हाथ जोड़े खड़े हैं.

एक भ्रष्टाचारी हाथ जोड़े खड़ा है.
अदालत में बलात्कारी हाथ जोड़े खड़ा है.

पुलिस और पॉलिटिशियन के भेस में,
समूचा अपराध जगत हाथ जोड़े खड़ा है.
देश की जनता मूक बधिर खड़ी है.

एक कुत्ते का पिल्ला असमंजस की स्थिति में 
कभी आगे कभी पीछे भाग रहा है. 
उसके सामने से गाड़ियाँ सायं सायं निकलती जा रही हैं.

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